Palak Mata Pita Yojana 2025 के अंतर्गत अनाथ या बेसहारा बच्चों को परिवार का माहौल देने के लिए उन्हें पालक माता-पिता को सौंपा जाता है और हर महीने ₹3,000 की सहायता दी जाती है। जानें पात्रता, लाभ और आवेदन प्रक्रिया।
👶 योजना का उद्देश्य : Objective Of Palak Mata Pita Yojana 2025
पालक माता-पिता योजना (Palak Mata Pita Yojana) का उद्देश्य उन बच्चों को परिवार का वातावरण प्रदान करना है जो अनाथ, बेसहारा या देखरेख से वंचित हैं। इस योजना के तहत राज्य सरकार (विशेषकर गुजरात सरकार) उन दंपतियों या परिवारों को प्रोत्साहन राशि देती है जो ऐसे बच्चों को पालने और उनकी देखरेख के लिए आगे आते हैं।

✅ योजना के लाभ : Benefits Of Palak Mata Pita Yojana 2025
लाभ | विवरण |
---|---|
💸 मासिक सहायता | ₹3,000 प्रति बच्चा हर महीने पालक माता-पिता को |
🏠 पारिवारिक वातावरण | बच्चे को सरकारी आश्रय गृह के बजाय परिवार में रहने का अवसर |
📚 शिक्षा व स्वास्थ्य | बच्चे की शिक्षा और स्वास्थ्य की जिम्मेदारी परिवार द्वारा निभाई जाती है |
🧒 बच्चा सुरक्षित | परिवार में रहने से मानसिक व सामाजिक विकास बेहतर होता है |
🧑🎓 पात्रता : Eligibility Criteria Of Palak Mata Pita Yojana 2025
बच्चे के लिए:
- बच्चा 18 वर्ष से कम उम्र का होना चाहिए
- अनाथ, परित्यक्त या माता-पिता से वंचित होना चाहिए
- किसी सरकारी या गैर-सरकारी संस्थान में निवासरत न हो
पालक माता-पिता के लिए:
- पति-पत्नी की उम्र 30 से 55 वर्ष के बीच होनी चाहिए
- स्थिर आय और अच्छा सामाजिक व पारिवारिक वातावरण होना चाहिए
- दंपत्ति को कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं होना चाहिए
- अधिकतम 2 बच्चों को गोद ले सकते हैं इस योजना के अंतर्गत
📑 आवश्यक दस्तावेज़ : Required Documents For Palak Mata Pita Yojana 2025
- बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र या आयु प्रमाण
- बच्चे का आधार कार्ड (यदि हो)
- माता-पिता का मृत्यु प्रमाण पत्र (यदि उपलब्ध हो)
- पालक माता-पिता का आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- विवाह प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
📝 आवेदन प्रक्रिया : Application Process Of Palak Mata Pita Yojana 2025
ऑफलाइन आवेदन:
- नजदीकी जिला समाज कल्याण कार्यालय में जाएं
- वहां से आवेदन फॉर्म प्राप्त करें
- सभी जरूरी दस्तावेजों के साथ फॉर्म भरें
- सामाजिक कार्यकर्ता द्वारा घर की जांच की जाती है
- पात्रता पुष्टि के बाद योजना की स्वीकृति दी जाती है
ऑनलाइन (यदि राज्य वेबसाइट पर उपलब्ध हो):
- संबंधित राज्य की [Society for Child Welfare Department] वेबसाइट पर जाकर आवेदन करें

📊 योजना से जुड़े आंकड़े (2024-25)
- अब तक 20,000+ अनाथ बच्चों को परिवारों में समायोजित किया गया
- ₹72 करोड़ से अधिक की राशि वितरित
- योजना गुजरात, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान आदि राज्यों में सक्रिय
💬 FAQs – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
Q1. क्या ये योजना पूरे भारत में लागू है?
👉 मुख्यतः यह योजना कुछ राज्यों जैसे गुजरात में लागू है, लेकिन अन्य राज्य भी इसे अपना रहे हैं।
Q2. क्या पालक माता-पिता को गोद लेने का कानूनी अधिकार मिलता है?
❌ नहीं, यह कानूनी गोद नहीं है। यह केवल संरक्षण और देखरेख हेतु है।
Q3. मासिक सहायता कैसे मिलती है?
👉 सीधे पालक माता-पिता के बैंक खाते में DBT के माध्यम से भेजी जाती है।
Q4. कितने बच्चों को एक परिवार गोद ले सकता है?
👉 अधिकतम 2 बच्चों को योजना के अंतर्गत लिया जा सकता है।
🔚 निष्कर्ष
पालक माता-पिता योजना 2025 उन हजारों बच्चों के लिए आशा की किरण है जो अपने माता-पिता को खो चुके हैं या जिनकी देखभाल करने वाला कोई नहीं है। यह योजना उन्हें परिवार, प्रेम और सुरक्षा देती है। यदि आपके आसपास कोई ऐसा बच्चा है, तो इस योजना की जानकारी अवश्य साझा करें।